- महाराष्ट्र के रत्नागिरी व राजापुर जिलों में 1000 से अधिक शैल नक्कासियां प्राप्त हुईं हैं। इन शैल नक्कासियों को ‘पेट्रोग्लिफस’ (petroglyphs) कहा जाता है।
- ये नक्कासियां आज से 12000 वर्ष पुरानी बतायी जा रही है।
- इन नक्कासियों की खोज से इस क्षेत्र के प्राचीन इतिहास पर और अधिक प्रकाश पड़ने की संभावना है।
- ये नक्कासियां उपर्युक्त क्षेत्र के 52 से अधिक स्थलों से प्राप्त हुईं हैं।
- पेट्रोग्लिफस में मानव व जानवरों की नक्कासियां की गईं हैं।
- पेट्रोग्लिफस, सामान्य शैल चित्रकारी से इसरूप में भिन्न होते हैं क्योंकि यह नक्कासी अलग किए गए चट्टानों पर किए जाते हैं जो सामान्यतया खुले में होता है।