अमेरिकी राष्ट्रपति के आदेश के पश्चात अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान के इस्लामिक रिवोल्युशनरी गार्ड कॉर्प्स ( Iranian Revolutionary Guards Corps: IRGC) )के कुड्स फोर्स ( Quds Force) के कमांडर कासिम सुलेमानी की इराक की राजधानी बगदाद के पास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मौत हो गयी।
उनके साथ ही ईरान समर्थिक इराकी मिलिशिया ‘पॉपुलर मॉबिलाइजेशन फोर्स के कमांडर अबु महदी अल मुहादिंस भी मारा गया।
ब्रिगेडियर जनरल इस्माईल कयानी को इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के कुद्स बल का नया कमांडर नियुक्त किया गया है।
62 वर्षीय सुलेमानी इस्लामिक रिवोल्युशनरी गार्ड कॉर्प्स के विदेशी विंग कुड्स फोर्स का कमांडर थे। वर्ष 1979 में स्थापित इस फोर्स के वे 1998 में कमांडर बने थे।
उन्हें ईरान में भविष्य का नेता माना जा रहा था। उनकी हत्या को अमेरिकी उपराष्ट्रपति की हत्या के समकक्ष माना जा रहा है अर्थात ईरान में उनका वही स्थान था जो अमेरिका में वहां के उपरराष्ट्रपति का होता है।
विदेशों में उग्रपंथी व मिलिशया समूह के प्रशिक्षण व वित्तीय में इस फोर्स की बड़ी भूमिका मानी जाती रही है और कई जगहों पर अमेरिकी बलों पर हमलों में भी इसकी भूमिका मानी जाती रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के मुताबिक लंदन से लेकर नई दिल्ली तक आतंकवादी हमले में सुलेमानी की भूमिका रही है।