पहली बार वैज्ञानिकों ने ‘भारतीय पैंगोलिन को रेडियो टैग किया है ताकि उस पर नजर रखा जा सके।
भारतीय पैंगोलिन एक संकटापन्न प्रजाति है और इसे शायद ही जंगलों में देखा जाता है।
स्कैली त्वचा वाली इस प्रजाति का मांस व चीनी दवाइयों के लिए बड़े पैमाने पर तस्करी की जाती है। इसको रेडियो टैग करने से इस निशाचर जानवर के पर्यावास को भी समझने में मदद मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि पैंगोलिन विश्व में सर्वाधिक तस्करी की जाने वाली वन्यजीव प्रजाति है।
विश्व में पैंगोलिन की आठ प्रजातियां पाई जाती हैं जिनमें से भारतीय पैंगोलिन एवं चीनी पैंगोलिन भारत में पायी जाती है।
भारतीय पैंगोलिन एवं चीनी पैंगोलिन, दोनों प्रजातियों को वन्यजीव (सुरक्षा) एक्ट 1972 की अनुसूची-1 में शामिल किया गया है जो कि सुरक्षा का सर्वोच्च स्तर है।