विशाखापट्टनम के आर.आर. वेंकटापुरम स्थित एलजी पॉलीमर्स इंडिया के केमिकल प्लांट में स्टाइरिन मोनोमर (styrene monomer) गैस के रिसाव से 7 मई, 2020 को 11 लोगों की मृत्यु हो गई जिनमें छह वर्षीया एक लड़की भी शामिल थीं।
इनके अलावा 350 से अधिक लोगों को अस्पताल में भी भर्ती किया गया। संयंत्र में गैस रिसाव सुबह तीन बजे आरंभ हुआ, जो कि अत्यधिक घनी आबादी वाली जगह पर स्थित है और इस संयंत्र की स्थापना 1961 में हुयी थी।
इस संयंत्र की स्थापना हिंदुस्तान पॉलीमर्स के रूप में हुयी थी । 1997 में दक्षिण कोरिया की एलजी केमिकल्स ने इसका अधिग्रहण कर लिया था।
स्टाइरिन गैस के बारे में
स्टाइरिन एक आर्गेनिक कम्पाउंड है जिसका सूत्र सी8एच8 (C8H8)) है। यह बेंजिन (C6H6) का डेरिवेटिव है। कारखानों में इसे द्रव के रूप में भंडारित किया जाता है लेकिन यह शीघ्र ही वाष्पित हो जाता है और इसे 20 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान पर भंडारित करना होता है।
स्टाइरिन गैस के संपर्क में आने से यह व्यक्ति की तंत्रिका प्रणाली (नर्वर सिस्टम) को प्रभावित करता है । इससे सांस लेने में परेशानी, आंखों में जलन, मिचली इत्यादि जैसी स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती है।
पॉलिस्ट्रिन के सिंथेसिस के लिए स्टाइरिन मुख्य कच्चा पदार्थ है। पालिस्ट्रिन विविध प्लास्टिक है जिसका इस्तेमाल रेफ्रिजरेटर या माइक्रो ओवन, आटॉमोटिव पार्ट्स इत्यादि के निर्माण में होता है।