प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड महामारी में अपने माता-पिता गंवाने वाले बच्चों की मदद देने के उपायों पर चर्चा करने के लिए 29 मई 2021 को एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उन्होंने महामारी से प्रभावित हुए बच्चों के कल्याण के लिए पीएम केयर्स बाल योजना (PM-CARES for Children) की घोषणा की।
- वे सभी बच्चे, जो अपने माता-पिता या कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता कोविड-19 महामारी के कारण खो चुके हैं, उन सभी की प्रधानमंत्री केयर्स बाल-योजना के जरिये मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि ये घोषणाएं पीएम केयर्स फंड में मिले कोष के कारण संभव हो सकी हैं।
बच्चों के नाम फिक्स्ड डिपॉजिट
- पीएम केयर्स बाल योजना के तहत प्रत्येक बच्चे के लिए 18 वर्ष की आयु होने तक दस लाख रुपये का कोष बनाया जाएगा।
- यह कोष उस बच्चे को 18 वर्ष की आयु के बाद प्रति माह वित्तीय सहायता के रूप में उपलब्ध होगा। अगले पांच वर्ष तक इसका इस्तेमाल उच्च शिक्षा के लिए किया जा सकेगा।
- 23 वर्ष की आयु होने तक उस बच्चे को एक निश्चित धन राशि मिलेगी जिसे वह अपने व्यक्तिगत या व्यवसायिक जरूरतों में इस्तेमाल कर सकेगा।
निःशुल्क शिक्षा
- दस वर्ष से कम आयु के बच्चों को केन्द्रीय विद्यालय या निजी विद्यालय में प्रवेश दिया जाएगा।
- यदि बच्चा निजी विद्यालय में जाता है तो उसकी फीस प्रधानमंत्री केयर्स फंड्स से दी जाएगी।
- बच्चे को स्कूली ड्रेस, पाठ्य पुस्तकें और नोट बुक के लिए भी खर्च मिलेगा।
- ग्यारह से 18 वर्ष के बच्चों को किसी भी सैनिक स्कूल, नवोदय विद्यालय या किसी केन्द्रीय आवासीय स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा।
- यदि बच्चा निजी विद्यालय में जाता है तो उसकी फीस प्रधानमंत्री केयर्स फंड्स से दी जाएगी। बच्चे को स्कूली ड्रेस, पाठ्य पुस्तकें और नोट बुक के लिए भी खर्च मिलेगा।
शिक्षा ऋण
- उच्च शिक्षा और व्यवसायिक शिक्षा के संदर्भ में भारत में पढ़ने के लिए मौजूदा नियमों के तहत शिक्षा ऋण दिया जाएगा।
- इस ऋण पर ब्याज का भुगतान पीएम केयर्स फंड से होगा। स्नातक और व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों की योजनाओं के अनुसार इन बच्चों को विकल्प के तौर पर फीस के लिए छात्रवृत्ति भी दी जाएगी।
- जो बच्चे मौजूदा छात्रवृत्ति योजनाओं के तहत नहीं आएंगे उन्हें पीएम केयर्स फंड से समान छात्रवृत्ति दी जाएगी।
स्वास्थ्य बीमा
- सभी लाभार्थी बच्चों का आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा किया जाएगा।
- बच्चे की 18 वर्ष की आयु तक इसका प्रीमियम प्रधानमंत्री केयर्स फंड से दिया जाएगा।