पहलवान रवि कुमार दहिया ने 57 किग्रा वर्ग में पुरुषों की फ्रीस्टाइल कुश्ती में रूस के दो बार के विश्व चैंपियन जावुर युगुएव से 4-7 से हारने के बाद टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीता है।
इस प्रकार 23 वर्षीय खिलाड़ी ओलंपिक में कुश्ती में पहलवान सुशील कुमार के बाद रजत पदक जीतने वाले भारत के दूसरे पुरुष पहलवान बन गए हैं।
यह टोक्यो ओलंपिक में मीराबाई चानू, पी वी सिंधु, लवलीना बोरगोहेन और पुरुष हॉकी टीम द्वारा जीते गए पदकों के बाद भारत का पांचवां पदक है।
रवि कुमार दहिया हरियाणा के सोनीपत जिले के नहरी गांव के रहने वाले हैं। वह एक कृषि परिवार से आते हैं और उनके पिता उनके गांव में धान के खेतों में काम करते थे। उन्होंने 10 साल की उम्र से कुश्ती शुरू कर दी थी।
2017 में सीनियर नेशनल के दौरान उनके घुटने में चोट लग गई थी। इस वजह से उन्हें कोई प्रायोजक नहीं मिला और अपनी चोट से उबरने के लिए उन्हें अपने शुभचिंतकों पर निर्भर रहना पड़ा।