केंद्रीय संस्कृति मंत्री श्री गंगापुरम किशन रेड्डी और केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने 7 सितम्बर को नई दिल्ली स्थित आईजीएनसीए में डॉ. उत्पल के. बनर्जी की पुस्तक ‘गीत गोविन्द: जयदेव डिवाइन ओडिसी’ का विमोचन किया।
- इसके साथ ही ‘गीत गोविन्द’ पर एक प्रदर्शनी और ‘बुजुर्गों की बात- देश के साथ’ कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया गया।
- ‘बुजुर्गों की बात- देश के साथ’ कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं और उन बुजुर्गों के बीच संवाद को बढ़ाना है जो 95 साल और उससे अधिक उम्र के हैं और आजादी से पहले भारत में लगभग 18 साल बिताए हैं। आदर्श रूप में, बातचीत का वीडियो 60 सेकेंड से कम होना चाहिए और इसे www.rashtragaan.in पर अपलोड किया जा सकता है।
- ‘बुजुर्गों की बात- देश के साथ’ कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए श्री किशन रेड्डी ने कहा, ‘भारत युवाओं का देश है, जो हमेशा अपने बड़ों से सीखने के लिए तैयार रहते हैं। चाहे वह गुरु-शिष्य परंपरा हो, परिवार या काम में बड़ों की भूमिका हो, भारतीयों ने हमेशा अपने बड़ों से सीखा-समझा है। इसलिए ‘बुजुर्गों की बात- देश के साथ’ कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है।’
- उन्होंने आगे कहा कि यह एक अनूठा कार्यक्रम है जहां देश के युवा पुरानी पीढ़ी और 95 साल या उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों के साथ समय बिताएंगे और उनसे बातचीत करेंगे। वे इस वीडियो को अपलोड करेंगे और संस्कृति मंत्रालय उन्हें एकीकृत करेगा। आजादी के अमृत महोत्सव में बुजुर्गों को शामिल करने का यह एक शानदार तरीका है।