पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री ने श्री धर्मेंद्र प्रधान ने 20 दिसंबर 2020 को भारत के आठवें उत्पादन बेसिन-बंगाल बेसिन (Bengal Basin) को राष्ट्र को समर्पित किया।
- ओएनजीसी को बधाई देते हुए श्री प्रधान ने कहा कि इस खोज से लगभग 7 दशकों से जारी भारतीय वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के अथक प्रयासों का फल मिलने लगेगा और पश्चिम बंगाल के वृहद विकास के लिए एक नई उम्मीद पैदा होगी।
- उन्होंने कहा कि बंगाल बेसिन अब आखिरकार विश्व के तेल एवं गैस उत्पादन वाले क्षेत्रों के नक्शे पर स्थान प्राप्त करेगा।
- बंगाल बेसिन में 24 परगना जिले के अशोकनगर-एक कुएं से तेल उत्पादन शुरू करने के साथ ओएनजीसी ने एक बड़ा कदम आगे बढ़ाया है।
- अशोकनगर-1 भारत सरकार द्वारा जारी किए गए अग्रिम मुद्रीकरण योजना के अंतर्गत एक तेल उत्पादक के रूप में पूर्ण हुआ था।
- इसके साथ ही भारत के निर्धारित 8 उत्पादन बेसिन में से ओएनजीसी की अब 7 में खोज पूरी हो चुकी है और उत्पादन शुरू कर दिया गया है, जो भारत के स्थापित तेल एवं गैस रिजर्व का 83 प्रतिशत है।
- ओएनजीसी भारत की सबसे बड़ी तेल एवं गैस उत्पादन कंपनी है, जो देश के कुल हाइड्रोकार्बन उत्पादन का 72 प्रतिशत उत्पादन करती है।
- अशोकनगर-1में तेल खोज के अथक प्रयासों की अब समाप्ति हो गई है और और उत्पादन शुरू हो गया है। क्षेत्र से ओएनजीसी द्वारा उत्पादित पहले हाइड्रोकार्बन कंसाइनमेंट को 5 नवंबर,2020 को आईओसीएल के हल्दिया तेल शोधन कारखाने में परीक्षण के लिए भेजा गया था।