केन्द्र सरकार ब्लैक फंगस रोग के इलाज के लिए फंगलरोधी दवा एम्फोटेरिसिन-बी की आपूर्ति और उपलब्धता बढ़ाने के हरसंभव उपाय करने की घोषणा की है।
- देश में पांच अतिरिक्त निर्माताओं को यह दवा बनाने के लिए लाइसेंस दिया गया है जबकि पांच मौजूदा निर्माताओं से उत्पादन तेजी से बढाने को कहा गया है।
- पिछले महीने मौजूदा कम्पनियों की उत्पादन क्षमता बहुत ही सीमित थी। सरकार के उपायों से घरेलू स्तर पर इस महीने एम्फोटेरिसिन-बी की एक लाख 63 हजार शीशियां उपलब्ध होंगी। इसे अगले महीने बढ़ाकर दो लाख 55 हजार शीशी कर दिया जायेगा। इसके अलावा इस महीने इस औषधि की तीन लाख 63 हजार शीशियां और अगले महीने तीन लाख 15 हजार शीशियों का आयात किया जायेगा।
- जिन पांच निर्माताओं को लाइसेंस दिया गया है वे इस वर्ष जुलाई से प्रति माह इस फंगलरोधी औषधि की एक लाख 11 हजार शीशियों का उत्पादन शुरू कर देंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय और औषधि विभाग यह दवा और जल्दी तैयार कराने का प्रयास कर रहे हैं।
- केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर अन्य वैश्विक स्रोतों का भी पता कर रहा है जहां से एम्फोटेरिसिन दवा मंगाई जा सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय ब्लैक फंगस के उपचार में इस्तेमाल हो सकने वाले अन्य फंगल रोधी दवाओं की उपलब्धता के लिए भी कोशिश कर रहा है।