शोधकर्ताओं ने पाया है कि भारत के उत्तर-पूर्व (पूर्वोत्तर) भाग के ब्रह्मपुत्र नदी घाटी (बीआरवी) क्षेत्र में निकट ओजोन (near surface ozone) की सतह की सांद्रता भारत के अन्य स्थानों की तुलना में कम है।
- आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (Aryabhatta Research Institute of Observational Sciences), नैनीताल के वैज्ञानिकों ने ब्रह्मपुत्र नदी घाटी (बीआरवी) के निकट ओजोन सतह का मूल्यांकन किया है और भारत के अन्य शहरी स्थानों की तुलना में गुवाहाटी के ऊपर ओजोन का अपेक्षाकृत कम सांद्रता पाई है।
- उनका वर्तमान कार्य हाल ही में ‘वायुमंडलीय प्रदूषण अनुसंधान’ जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
- क्षोभमंडलीय या जमीनी-स्तर के ओजोन (Tropospheric, or ground-level ozone) नाइट्रोजन (NOx) के ऑक्साइड्स और वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों (वीओसी) के बीच रासायनिक प्रतिक्रियाओं द्वारा बनाया गया है।
- यह आमतौर पर तब बढ़ता है जब कारों, विद्युत संयंत्रों, औद्योगिक बॉयलरों, रिफाइनरियों, रासायनिक संयंत्रों और अन्य स्रोतों से सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में उत्सर्जित प्रदूषक रासायनिक प्रतिक्रिया करते हैं, जिससे मानव का स्वास्थ्य प्रभावित होता है।