इस वर्ष नमामि गंगे परियोजना को प्रतिष्ठित ‘लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार 2020’ में शामिल किया गया है।
कर्णावती के कायाकल्प: नमामि गंगे परियोजना में गंगा की सहायक नदियों की स्वच्छता और कायाकल्प शामिल है। मिर्जापुर जिले में गंगा की एक सहायक नदी ‘कर्णावती’ के कायाकल्प की बदौलत अब यह पूरे साल सतत रूप से बहती रहेगी। वर्तमान में कार्यान्वित किए जा रहे सामाजिक-आर्थिक मॉडल से कर्णावती नदी के किनारे वाले इलाके काफी लाभान्वित होंगे। इसके साथ ही गोमती नदी से मिलने वाली हरदोई जिले की सई नदी को प्रवासी कामगारों की मदद से पुनर्जीवित किया गया है। इसी तर्ज पर कासगंज और फर्रुखाबाद में पुरानी गंगा का कायाकल्प किया गया है।
नमामि गंगे (Namami Gange) कार्यक्रम ‘, एक एकीकृत संरक्षण मिशन है, जिसे जून 2014 में केंद्र सरकार द्वारा’ फ्लैगशिप प्रोग्राम ‘के रूप में मंजूरी दी गई , जिसमें राष्ट्रीय नदी गंगा के संरक्षण, कायाकल्प और प्रदूषण के प्रभावी उन्मूलन के दोहरे उद्देश्यों को पूरा करने के लिए रु .20,000 करोड़ का बजट परिव्यय है। ।