डाक विभाग (डीओपी) और इंडिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक (India Post Payments Bank) ने 15 दिसम्बर, 2020 को एक वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से ‘डाकपे’ (DakPay) नाम के एक नए डिजिटल पेमेन्ट ऐप को लॉन्च किया।
- देशभर के प्रत्येक नागरिक और विशेषरूप से अंतिम छोर पर मौजूद लोगों तक वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराने के अपने प्रयासों के तहत इस ऐप को लॉन्च किया गया।
- ‘डाकपे’ केवल एक डिजिटल पेमेन्ट ऐप नहीं है, बल्कि देशभर में फैले डाक विभाग के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से इंडिया पोस्ट और आईपीपीबी द्वारा प्रदान की जाने वाली डिजिटल वित्तीय और सहायक बैंकिंग सेवाओं का एक समूह है, जिसका उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों की वित्तीय ज़रूरतों (Pay)को पूरा करना है।
- अपने प्रियजनों को पैसा भेजना (डोमेस्टिक मनी ट्रांसफर-डीएमटी), क्यूआरकोड को स्कैन कर विभिन्न सेवाओं के लिए दुकानदार को भुगतान करना (यूपीआई सुविधा और वर्चुअल डेबिट कार्ड), बायोमेट्रिक के माध्यम से नकदरहित व्यवस्था को सक्षम बनाना, किसी भी बैंक के ग्राहकों को अंतर-बैंकिंग सेवाएं प्रदान करना(एईपीएस), ज़रूरी सेवाओं के बिलों का भुगतान जैसी तमाम सेवाओं का लाभ इस ऐप के माध्यम से लिया जा सकता है।
इंडिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक
- इंडिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक को संचार मंत्रालय के डाक विभाग के तहत स्थापित किया गया था। इसमें 100 फीसदी हिस्सेदारी भारत सरकार की है।
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 1 सितंबर 2018 को आईपीपीबी को लॉन्च किया था।
- भारत के आम नागरिकों तक सुगम, सस्ती और विश्वसनीय बैंकिंग सेवाएं उपबल्ध कराने के उद्देश्य से इस बैंक की स्थापना की गई थी।
- इंडिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक का मुख्य ध्येय बैंक की पहुंच से दूर जो लोग हैं, उनको बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ने के मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करना और 1,55,000 डाकघर (1,35,000 ग्रामीण क्षेत्र में) तथा 3,00,000 डाकघर कर्मियों वाले विशाल पोस्टल नेटवर्क के ज़रिए अंतिम छोर पर मौजूद व्यक्ति तक वित्तीय सेवाएं पहुंचाना है।
- आईपीपीबी की पहुंच और इसके काम करने का तरीका कागज़रहित, नकदरहित और उपस्थिति-रहित सरल और सुरक्षित बैंकिंग व्यवस्था पर टिका है, जिसके अंतर्गत ग्राहकों को उनके घर पर ही बैंकिंग सुविधाएं प्रदान की जाती है।