प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 21 दिसंबर 2020 को छठे भारत-जापान संवाद सम्मेलन (Sixth Indo-Japan SAMVAD Conference) को संबोधित किया ।
- पांच साल पहले जापान के पूर्व प्रधानमंत्री श्री शिंजो आबे के साथ सम्मेलनों की यह श्रृंखला शुरू की गयी थी।
- तब से, संवाद की यह यात्रा नई दिल्ली से टोक्यो, यंगून से उलानबटार तक होकर गुजरी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस मंच ने विशेष रूप से युवाओं में भगवान बुद्ध के विचारों और आदर्शों को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा काम किया है।
- ऐतिहासिक रूप से गौतम बुद्ध के संदेशों का प्रकाश भारत से दुनिया के अनेक हिस्सों तक फैला है।
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सभी पारंपरिक बौद्ध साहित्य और धर्म ग्रंथों के लिए पुस्तकालयों के सृजन का प्रस्ताव किया। यह पुस्तकालय विभिन्न देशों से इस प्रकार के बौद्ध साहित्य की डिजिटल प्रतियों का संग्रह करेगा।
- इसका उद्देश्य ऐसे साहित्य का अनुवाद करना और इसे बौद्ध धर्म के सभी भिक्षुओं और विद्वानों को स्वतंत्र रूप से उपलब्ध कराना है। यह पुस्तकालय ऐसे साहित्य का भंडार मात्र ही नहीं होगा।