भारत को अगले सेमीकंडक्टर के बड़े केंद्र के रूप में बदलने की प्रधानमंत्री की योजना के अनुरूप, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने अपने चिप्स टू स्टार्टअप (C2S) कार्यक्रम के अंतर्गत 100 शैक्षणिक संस्थानों, अनुसंधान एवं विकास संगठनों, स्टार्ट-अप और एमएसएमई से आवेदन पत्र आमंत्रित किए हैं।
- चिप्स टू स्टार्टअप (सी2एस) कार्यक्रम का उद्देश्य बहुत बड़े पैमाने पर एकीकरण (वीएलएसआई) और एम्बेडेड सिस्टम डिजाइन के क्षेत्र में 85,000 उच्च गुणवत्ता वाले और योग्य इंजीनियरों को प्रशिक्षित करना है और साथ ही अगले 5 वर्षों की अवधि में 175 एएसआईसी (एप्लिकेशन स्पेसिफिक इंटीग्रेटेड सर्किट), 20 सिस्टम ऑन चिप्स (एसओसी) और आईपी कोर रिपोजिटरी के वर्किंग प्रोटोटाइप का विकास करना है।
- सी2एस कार्यक्रम इलेक्ट्रॉनिक्स में मूल्य श्रृंखला की प्रत्येक इकाई की ओर ध्यान देता है, जैसे-गुणवत्ता जनशक्ति प्रशिक्षण, अनुसंधान और विकास, हार्डवेयर आईपी डिजाइन, सिस्टम डिजाइन, अनुप्रयोग-उन्मुख अनुसंधान और विकास, प्रोटोटाइप डिजाइन और शिक्षा, उद्योग, स्टार्ट-अप और अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठानों की मदद से तैनाती।
- इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत काम कर रही सी-डैक (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग) एक वैज्ञानिक समिति है, जो कार्यक्रम के लिए नोडल एजेंसी के रूप में काम करेगी।