एक हालिया अध्ययन में एक भारतीय शोधकर्ता ने टेक्टोनिक (विवर्तनिक) विकास और ग्रेटर मालदीव रिज (Greater Maldive Ridge: GMR) की प्रकृति का पता लगाया है।
- पश्चिमी हिंद महासागर में स्थित GMR की बहुत ही महत्वपूर्ण भूगतिकीय (जियोडायनैमिक) विशेषताएं रही हैं और इसका मूल कई वैज्ञानिक बहस का केंद्र रहा है।
- यह अध्ययन मूल गोंडवानालैंड के टूटने और इसके फैलाव के पुनर्निर्माण को समझने में सहायता कर सकता है, जिसके कारण महाद्वीपों का मौजूदा प्रारूप, महाद्वीपीय खंड और हिंद महासागर में महासागरीय घाटियों का निर्माण हुआ है।
क्या है मालदीव रिज (Maldive Ridge) ?
- मालदीव रिज एक भूकंपीय रिज है, जो भूकंप गतिविधियों से जुड़ा हुआ नहीं है। भारत के दक्षिण-पश्चिम में पश्चिमी हिंद महासागर स्थित इस रिज का अच्छी तरह से अध्ययन नहीं किया गया है।
- भूकंपीय रिज की संरचना और भूगतिकी की जानकारी प्राप्त करना काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह महासागरीय घाटियों के विकास को समझने के लिए काफी अहम जानकारी प्रदान करता है।
- शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया है कि GMR एक समुद्री क्रस्ट के नीचे हो सकता है। इस अध्ययन के परिणाम हिंद महासागर के प्लेट-टेक्टोनिक के क्रमिक विकास को बेहतर ढंग से समझने में अतिरिक्त सीमाएं प्रदान कर सकते हैं।