फाइनेंशियल टाइम्स ने रिपोर्ट प्रकाशित की थी कि “चीन ने लगभग अगस्त में परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम अत्याधुनिक हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया है जिससे अमेरिकी ख़ुफिया तंत्र सकते में आ गया है.” हालांकि, चीन ने आधिकारिक तौर पर इस ख़बर का खंडन किया है।
- चीन ने दावा किया है कि यह (परीक्षण) एक मिसाइल नहीं बल्कि अंतरिक्षयान का था। चीन के खंडन के बावजूद इस रिपोर्ट ने दुनिया भर में हलचल मचा दी है।
- अमेरिका, रूस और चीन लंबे समय से हाइपरसोनिक हथियार बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हाइपरसोनिक हथियार में एक ग्लाइड व्हीकल को बनाया जाना भी शामिल है जिसे अंतरिक्ष में एक रॉकेट के साथ छोड़ा जाता है। इसके बाद वो पृथ्वी का चक्कर लगाते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ता है।
- हाइपरसोनिक मिसाइल ध्वनि की गति से पांच गुना तेज रफ़्तार से उड़ते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ती हैं। हाइपरसोनिक एक काफ़ी पुरानी तकनीक है।
- बैलिस्टिक मिसाइलें भी ध्वनि की गति से तेज चलती हैं। हाइपरसोनिक मिसाइल पिछले 30-35 सालों की सबसे आधुनिक मिसाइल तकनीक है।
- इसके तहत पहले एक व्हीकल मिसाइल को अंतरिक्ष में लेकर जाता है। इसके बाद मिसाइल इतनी तेजी से लक्ष्य की ओर बढ़ती हैं कि एंटी मिसाइल सिस्टम इन्हें ट्रैक करके नष्ट नहीं कर पाते।
- भारत ने हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी भी विकसित की है और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने अपने पहले परीक्षण में हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर व्हीकल (Hypersonic Technology Demonstrator Vehicle: HSTDV) को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है।
CLICK HERE DAILY CURRENT AFFAIRS QUIZ FOR UPPCS, BPSC, RPSC, JPSC, MPPSC PT EXAM