एनईपी-2020 के लक्ष्यों एवं उद्देश्यों के अनुसरण में और राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को इस कार्य में सहायता करने के लिए स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने स्कूल शिक्षा के लिए एक निर्देशात्मक और विचारोत्तेजक योजना विकसित की है। इसे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से ‘छात्रों’ और ‘शिक्षकों’ की समग्र उन्नति (सार्थक-SARTHAQ: Students’ And Teachers’ Holistic Advancement Through Quality Education) नाम दिया गया है।
- इसे भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित होने वाले अमृत महोत्सव के एक हिस्से के रूप में शुरू किया गया है।
- सार्थक को राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों, स्वायत्त निकायों और सभी हितधारकों से प्राप्त सुझावों के साथ व्यापक एवं गहन परामर्श प्रक्रिया के माध्यम से विकसित किया गया है।
- 8 सितंबर से 25 सितबंर, 2020 तक एनईपी-2020 की विभिन्न सिफारिशों और इसके कार्यान्वयन रणनीतियों के बारे में चर्चा करने के लिए एक शिक्षक उत्सव ‘शिक्षक पर्व’का विशेष तौर पर आयोजन किया गया था। इसमें लगभग 15 लाख सुझाव प्राप्त हुए।