ए3आई-भारत में कोरोनावायरस टाइप का दूसरा सबसे बड़ा मामला


वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (सीएसआईआर) ने कोरोनावायरस का एक नया प्रकार खोजा है जो भारत में मौजूद कोरोनवायरस (Coronavirus) के दूसरा सबसे प्रकार है।

यह वैश्विक कोरोनावायरस जीनोमा का 3.5 प्रतिशत भी है। शोधकर्त्ताओं ने इसे ए3आई (A3i) नाम दिया है।

वैसे पूरे विश्व में ए2ए (A2a) कोरोनावायरस की मौजूदगी सर्वाधिक है।

वहीं चीन में पहचानी गई कोरोनावायरस का पहला पूर्वज परिवार ‘ओ’ (O) था।

परंतु पूरे विश्व में ए2ए का अस्तित्व ज्यादा है।

सीएसआईआर में जिन कोरोनावायरस के नमूनों का विश्लेषण किया गया उनमें 62 प्रतिशत ए2ए थे।। विश्लेषित वायरस में 41 प्रतिशत ए3आई था।

इस नई खोज के साथ ही पूरे विश्व में अब तक सार्स-सीओवी2 (SARS-CoV2) वायरस टाइप की संख्या 11 हो गई है जिनमें से छह की पहचान भारत में की गईं हैं।

(Source: The Hindu)

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