केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत ने 17 फ़रवरी 2021 को 10,000 शब्दों (6,000 शब्द पहले से मौजूद) के साथ “भारतीय सांकेतिक भाषा (Indian Sign Language: ISL) के शब्दकोश का तीसरा संस्करण” जारी किया।
- शब्दकोश को भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र (आईएसएलआरटीसी)द्वारा तैयार किया गया है।आईएसएलआरटीसी सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांग व्यक्तियों के विभाग (दिव्यांगजन सशक्तीकरण) के तहत एक स्वायत्त संस्थान है।
- आईएसएलआरटीसी शब्दकोश का पहला संस्करण 23 मार्च 2018 को 3000 शब्दों के साथ और दूसरा संस्करण 6000 शब्द के साथ (पहले 3000 शब्द सहित) 27 फरवरी 2019 को लॉन्च किया गया था।
- तीसरे संस्करण में रोजमर्रा के उपयोग के शब्द, अकादमिक शब्द, कानूनी और प्रशासनिक शब्द, चिकित्सा शब्द, तकनीकी शब्द और कृषि से संबंधित 10 हजार शब्द शामिल हो गए हैं।
- शब्दकोश में देश के विभिन्न हिस्सों में उपयोग किए जाने वाले क्षेत्रीय संकेतों को भी शामिल किया गया है।