“आहार क्रांति मिशन” का लक्ष्य पोषक संतुलित आहार की ज़रूरत और सभी स्थानीय फलों और सब्ज़ियों तक पहुंच कायम करने की ज़रूरत को समझना है।
- विज्ञान भारती (विभा) तथा ग्लोबल इंडियन साइंटिस्ट एंड टैक्नोक्रैट्स फोरम (जीआईएसटी) ने मिलकर “उत्तम आहार-उत्तम विचार” के लक्ष्य को लेकर यह मिशन शुरू किया है ।
- “आहार क्रांति आंदोलन” का उद्देश्य भारत और पूरे विश्व के सामने पेश ढेर सारी भूख और बहुत सारी बीमारियों की समस्या का समाधान तलाशना है।
- अध्ययनों में पाया गया है कि भारत उपभोग से दो गुना ज्यादा कैलोरी का उत्पादन करता है लेकिन फिर भी देश में बहुत से लोग अभी भी कुपोषित हैं। इस अजीबो-गरीब मसले की जड़ यह है कि हमारे समाज के किसी भी तबके में पोषण के संबंध में जागरूकता का अभाव है।
आहार क्रांति मिशन मुख्य विशेषताएं
- आंदोलन भूख की विकराल समस्या का समाधान करने के लिए लोगों को अपने पारंपरिक भारतीय खानपान को , स्थानीय फलों और सब्ज़ियों की उपचार की शक्ति को और इस तरह संतुलित आहार के चमत्कार को अपनाने के लिए प्रेरित करेगा। यह पोषणयुक्त संतुलित आहार –“उत्तम एवं संतुलित आहार” – के रूप में स्थानीय फलों और सब्ज़ियों पर लोगों का ध्यान केन्द्रित करेगा।
- इस कार्यक्रम में अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाएगा ,जो इस संदेश को छात्रों , उनके माध्यम से उनके परिवारों और अंतत समाज तक पहुंचाने का काम करेंगे। इसी तरह की रणनीति पोलियो के उन्मूलन के लिए भी अपनाई गई थी और यह काफी सफल रही थी ।
- विज्ञान भारती और ग्लोबल साइंटिस्ट एंड टैक्नोक्रैट्स फोरम का लक्ष्य आहार क्रांति को पूरे विश्व के लिए एक मॉडल बनाना है । भारत सदियों से विश्वगुरु या विश्व का नेता रहा है और आहार तथा पोषण के मामले में उसने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में बहुत से अभिनव प्रयास किए हैं। यह नया अभियान भी उसी श्रृंखला की एक कड़ी है ।
- यह मिशन एक साथ विभिन्न आयामों में काम करेगा। उद्देश्य के तौर पर यह बेहतर जागरूकता , बेहतर पोषण और बेहतर कृषि को प्रोत्साहित करेगा। इसका संदेश पाठ्यक्रम के तहत –“पोषण क्या और क्यों” के रूप में प्रसारित किया जाएगा या फिर खेल खेल में या निर्देश के तौर पर दिया जाएगा। और इसका कथ्य आनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह तथा हिंदी और अंग्रेज़ी के अलावा सभी स्वदेशी भाषाओं में मुहैया कराया जाएगा ताकि यह ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे ।