अंतरराष्ट्रीय सागर तट स्वच्छता दिवस (International Coastal Clean-Up Day) की पूर्व संध्या पर केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्री ने एक आभासी कार्यक्रम में घोषणा की कि पहली बार भारत के आठ सागर तटों की प्रतिष्ठित “अंतरराष्ट्रीय ईको लेबल ब्लू फ्लैग प्रमाणपत्र” (Blue flag certification) के लिए सिफारिश की गई है ।
- “ब्लू फ्लैग सागर तट” विश्व के सबसे स्वच्छ सागर तट माने जाते हैं। ये आठ सागर तट हैं -गुजरात का शिवराजपुर तट, दमण एवं दीव का घोघला तट, कर्नाटक का कासरगोड तट और पदुबिरदी तट, केरल का कप्पड बीच, आंध्र प्रदेश का रुषिकोंडा तट, ओडिशा का गोल्डन तट और अंडमान निकोबार का राधानगर तट।
- ब्लू फ्लैग प्रमाणन डेनमार्क स्थित फाउंडेशन फॉर एनवायर्नमेंट एजुकेशन द्वारा प्रदान किया जाता है। किसी समुद्री तट को चार श्रेणियों के 33 कड़ी शर्तों को पूरा करने पर ब्लू फ्लैग प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है। ये चार श्रेणी हैंः पर्यावरण शिक्षा एवं सूचना, स्नान जल गुणवत्ता, पर्यावरण प्रबंधन तथा सुरक्षा एवं तटों पर सुरक्षा एवं सेवाएं।
बीम्स (BEAMS)
- इस कार्यक्रम में भारत के अपने ईको लेबल “बीम्स” (BEAMS: Beach Environment & Aesthetics Management Services) का भी शुभारंभ किया गया और इसके लिए इन आठों सागर तटों पर एक साथ -#IAMSAVINGMYBEACH नाम का ई ध्वज लहराया गया।
- सीकॉम (SICOM) और मंत्रालय ने तटवर्ती इलाकों के सतत विकास के उद्देश्य से तैयार अपनी नीतियों को आगे बढ़ने के लक्ष्य को तेकर अपने समन्वित तटीय प्रबंधन परियोजना (Integrated Coastal Zone Management: ICZMP) के अंतर्गत एक उच्च गुणवत्ता वाला कार्यक्रम “बीम्स” (तटीय पर्यावरण एवं सुरुचिपूर्ण प्रबंधन सेवा) शुरू किया है।
- यह परियोजना आईसीजेडएम की कई अन्य परियोजनाओं में से एक परियोजना है जिसे भारत सरकार तटवर्ती इलाकों के सतत विकास के लिए लागू कर रही है ताकि वैश्विक रूप से मान्य प्रतिष्ठित ईको लेबल ब्लू फ्लैग को हासिल किया जा सके।
- अंतरराष्ट्रीय सागर तट स्वच्छता दिवस (International Coastal Clean-Up Day) 19 सितम्बर को आयोजित किया जाता है।