असम में 28 अप्रैल के पश्चात एक बार फिर से 30 अप्रैल को भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर ऑफ सिस्मोलॉजी के अनुसार, असम के सोनितपुर में यह भूकंप के झटके आए। यह भूकंप 3.5 तीव्रता का रहा।
- उल्लेखनीय है कि 28 अप्रैल को ही असम में एक बड़ा भूकंप आया था जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.4 मापी गई। राज्य सरकार के अनुसार, भूकंप का केंद्र राज्य के सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली शहर में था।
- नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप की ये घटनाएं हिमालयन फ्रंटल थ्रस्ट (HFT) के करीब कोपिली फाल्ट (Kopili Fault) के पास स्थित हैं।
- एचएफटी, जिसे मुख्य फ्रंटल थ्रस्ट (एमएफटी) के रूप में भी जाना जाता है, भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों की सीमा के साथ एक भूवैज्ञानिक फाल्टहै। यह इलाका भूकंपीय विवर्तनिक क्षेत्र-V के अन्तगर्गत आता है, जहां यूरेशियन प्लेट के नीचे भारतीय प्लेट हैं।
- पृथ्वी की सतह की अपकृत चट्टानों में जमा हुई ऊर्जा का अचानक बाहर निकलना भूकम्प कहलाता है। इस अचानक निष्कासन से धरती कांप जाती है।
- भूकम्प वर्ष में किसी भी समय बिना किसी चेतावनी के अचानक आ सकते हैं और इसके कारण जान और माल की भारी क्षति होती है। 1993 में लातूर में और 2002 में भुज में आए भूकम्पों की त्रासदी को हम अच्छी तरह जानते हैं।