भारत सरकार ने 30 जनवरी, 2018 को भारत एवं पाकिस्तान को जोड़ने वाली ‘मुनाबाव-खोखरापार’ रेल लिंक समझौता को तीन और सालों के लिए बढ़ा दिया है।
- दोनों देशों के बीच इस पर 2006 में समझौता हुआ था और इसकी अवधि 31 मार्च, 2018 को समाप्त होने वाली थी। अब इसे 31 जनवरी, 2021 तक बढ़ा दिया गया है।
- राजस्थान के बाड़मेर जिला में स्थित मुनाबाव को पाकिस्तान के सिंध प्रांत स्थित खोखरापार से ‘थार एक्सप्रेस’ जोड़ती है।
- मुनाबाव-खोखरापार रेल सेवा पहले भी बहाल थी किंतु वर्ष 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय यह क्षतिग्रस्त हो गयी थी।
- यह रेल सुविधा दोनों देशों के बिछड़े परिवारों को जोड़ने के लिए आरंभ किया गया था। हालांकि इस रेल सेवा में यात्रियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस ट्रेन के अधिकांश यात्री बाड़मेर के होते हैं परंतु उन्हें यह ट्रेन बाड़मेर से 200 किलोमीटर दूर जोधपुर में पकड़नी होती है। इसी तरह अपनों से मिलने के लिए पाकिस्तानी यात्रियों को भी जोधपुर आना पड़ता है क्योंकि विदेशी नागरिकों को बाड़मेर स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-15 के पश्चिम जाने की अनुमति नहीं है।
- वर्तमान में भारत एवं पाकिस्तान के बीच दो रेल सेवाएं संचालित हैं:
1. समझौता एक्सप्रेस जो कि अमृतसर व लाहौर को बाघा-अटारी से होते हुये जोड़ती है।
2. थार एक्सप्रेस जो कि भारत के मुनाबाव को पाकिस्तान के खोखरापार से जोड़ती है।