- कर्नाटक के चिकमंगलुरू एवं कोडागु जिला में सोलिगा जनजातियों द्वारा उगायी रही कॉफी को ‘जनजातीय कॉफी’ का प्रीमियम टैग देने का प्रयास किया जा रहा है। इससे यह काफी विदेशों में काफी लोकप्रिय हो सकती है।
- इससे पहले विशाखापट्टनम की अराकु जनजातीय कॉफी को भी प्रीमियम टैग की ब्रांडिंग प्राप्त हो चुका है। इससे इस काफी के मूल्य में तीन गुणा वृद्धि हो गयी।
- इसके लिए कॉफी बोर्ड एवं कर्नाटक का समाज कल्याण विभाग एमओयू पर हस्ताक्षर किया है।
- सोलिगा जनजातियों द्वारा बिलिगिरिरंगा पहाडि़यों, जिसे बीआर हिल्स भी कहते हैं, में बागानों में इस काफी की खेती की जाती है।