- चीन ने शहरों के स्ट्रीट लाइट का स्थान लेने के लिए तीन कृत्रिम चंद्रमा प्रक्षेपित करने की योजना बनाई है। इन्हें वर्ष 2022 तक प्रक्षेपित किया जाएगा। आरंभ में सिचुआन प्रांत के चेंगदु शहर के ऊपर इसका इस्तेमाल किया जाएगा।
- उपग्रह के साथ तीन बड़ा कृत्रिम दर्पण या मिरर भेजा जाएगा।
- उपर्युक्त कृत्रिम चंद्रमा में इतना प्रकाश होगा कि वह स्ट्रीट लाइट का स्थान ले सकेगा।
- जहां पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक चंद्रमा 380,000 किलोमीटर की ऊंचाई पर पृथ्वी का चक्कर लगाता है। वहीं कृत्रिम चंद्रमा पृथ्वी से 500 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्कर लगाएगा।
- इमिटैशन सैलेस्टियल बॉडी में रिफ्लेक्टिंग कोटिंग होगी जो सूर्य की रोशनी को पृथ्वी पर वापस भेजेगी।
- वैज्ञानिकों के अनुसार वास्तविक चंद्रमा की तुलना में यह आठ गुणा अधिक प्रकाशित होगा।
- चीन के मुताबिक मानव निर्मित चंद्रमा से 50 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को प्रकाशित कर सकता है और इससे 1.2 अरब युवान इलेक्ट्रिक चार्ज का बचत किया जा सकता है।
- वैसे यह पहली बार नहीं है जब कोई देश कृत्रिम चंद्रमा प्रक्षेपण की योजना बनाया है। यूएसए व रूस भी इस तरह की योजना बना चुका है। 1990 के दशक में रूस का ‘बैनर’ अभियान इसी से संबंधित था जिसमें दर्पण की सहायता से सूर्य की रोशनी को पृथ्वी की ओर परावर्तित किया जाना था। परंतु यह असफल रहा था।
Photo: Chengdu city (Credit: Wikimedia commons)