विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अफ्रीका और उच्च मलेरिया संचरण के अन्य क्षेत्रों में बच्चों के बीच पहले मलेरिया के टीके के व्यापक उपयोग की सिफारिश की है जोकि इस घातक बीमारी के खिलाफ लंबी लड़ाई में एक उल्लेखनीय सफलता है ।
- डब्ल्यूएचओ ने जिस टीके का समर्थन किया है – जिसे आरटीएस, एस, या मॉस्क्विरिक्स (RTS, S, or Mosquirix) कहा जाता है – प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम (Plasmodium falciparum) के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रणाली बनाती है जो सबसे घातक मलेरिया परजीवी है और अफ्रीका में सबसे आम भी है।
- डब्ल्यूएचओ के अनुसार, यह बड़े पैमाने पर नैदानिक परीक्षणों को पूरा करने वाली पहली टीका है और यह दर्शाता है कि यह अफ्रीका में छोटे बच्चों में जानलेवा मलेरिया सहित मलेरिया को काफी कम कर सकता है।
- यह परजीवी के कारण होने वाली किसी भी बीमारी के खिलाफ विकसित पहली टीका भी है।
- मलेरिया एक परजीवी जनित बीमारी है जो हजारों वर्षों से है और मुख्य रूप से मच्छरों के काटने से फैलती है। मलेरिया हर साल दुनिया भर में 400,000 से अधिक लोगों को मारता है, मुख्यतः उप-सहारा अफ्रीका में। हर साल 5 साल से कम उम्र के 260,000 से ज्यादा बच्चे मलेरिया का शिकार हो जाते हैं।
JOIN GS TIMES IAS(UPSC) PRELIMS 365/15 ONLINE TEST SERIES GS-1 HINDI AND ENGLISH
JOIN GS TIMES IAS PRELIMS CURRENT AFFAIRS DAILY ONLINE TEST SERIES: HINDI AND ENGLISH
CLICK HERE DAILY CURRENT AFFAIRS QUIZ FOR UPPCS, BPSC, RPSC, JPSC, MPPSC PT EXAM