भारत सरकार ने 25 जनवरी, 2018 को वर्ष 2016 के श्रम पुरस्कारों की घोषणा की। इस वर्ष 32 श्रमिक पुरस्कार 50 श्रमिकों को दिये जाएंगे जिनमें 4 महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें सार्वजनिक क्षेत्र के 34 श्रमिक और निजी क्षेत्र के 16 श्रमिक शामिल हैं।
- इस वर्ष प्रतिष्ठित श्रम रत्न पुरस्कार के लिए किसी भी नामांकन को उपयुक्त नहीं पाया गया।
- सेल/भेल और टाटा स्टील लिमिटेड के 12 श्रमिकों को श्रम भूषण पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
- नेवल डाकयार्ड, आयुध फैक्ट्री, राष्ट्रीय इस्पात निगम, टाटा स्टील, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, पारादीप फॉस्फेट लिमिटेड, ब्रह्मोसएयर स्पेस के 18 श्रमिक श्रम वीर/श्रम वीरांगना पुरस्कार दिये जाएंगे।
- सीमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, नेवल शिप रिपेयर यार्ड, टाटा मोटर, सूरत लिग्नाइट पॉवर प्लांट, लार्सन एंड टूब्रो लिमिटेड आदि के 20 श्रमिकों को श्रम श्री/श्रम देवी पुरस्कार दिये जाएंगे।
क्या होता है प्रधानमंत्री श्रम पुरस्कार?
- यह केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रलय द्वारा प्रदान किया जाता है।
- श्रम पुरस्कार विभागीय उपक्रमों, केंद्र और राज्य सरकारों के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों तथा निजी क्षेत्र की इकाइयों में कार्यरत 50 श्रमिकों को प्रदान किए जाते हैं।
- इस पुरस्कार के लिए उन्हीं उपक्रमों के श्रमिकों का चयन किया जाता है जहां 500 से अधिक श्रमिक नियोजित हों।
- प्रधानमंत्री श्रम पुरस्कार चार श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं। ये श्रेणियां हैं;
1. श्रम रत्न पुरस्कारः 2,00,000 की नकद राशि व एक सनद
2. श्रम भूषण पुरस्कारः 1,00,000 की नकद राशि व एक सनद
3. श्रम वीर/श्रम वीरांगना पुरस्कारः 60,000 की नकद राशि व एक सनद
4. श्रम श्री/श्रमदेवी पुरस्कारः 40,000 रुपये नकद और एक सनद