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- भारत सरकार 1.4 लाख करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी ‘किसान ऊर्जा सुरक्षा एवम उत्थान महाभियान’ यानी ‘कुसुम’ (Kisan Urja Suraksha evam Utthaan Mahaabhiyan: KUSUM) ) आरंभ करेगी।
- इस स्कीम के तहत किसानों की मदद के लिए 28,250 मेगावाट तक की सौर खेती या सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
- अगले 10 वर्षों की इस योजना के लिए बजट 2018-19 में 48,000 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं।
- इस स्कीम के द्वारा 1.75 मिलियन ऑफ ग्रिड कृषि सौर पंप उपलब्ध कराया जाएगा।
- सोलर फार्मिंग के लिए देश की बंजर भूमि पर 10,000 मेगावााट सौर संयंत्र का निर्माण किया जाएगा।
- इस स्कीम के तहत किसानों को अतिरिक्त आय संग्रह का मौका मिलेगा यदि वे अपनी बंजर भूमि पर सौर खेती की अनुमति देते हैं।
- किसानों द्वारा अपनी बंजर भूमि पर उत्पादित सौर ऊर्जा को राज्य विद्युत वितरण कंपनियां (डिस्कॉम) खरीदेगी।
- किसानों को 60 प्रतिशत की सब्सिडी पर 17.5 लाख सोलर पंप वितरित किये जाएंगे।
- स्कीम के लाभ: इस स्कीम से कृषि क्षेत्र में डीजल का उपभोग कम होगा तथा किसानों की कृषि लागत में कमी आएगी जिसका उपयोग वे अन्य क्षेत्रें या कृषि विस्तार में कर सकते हैं। डीजल उपभोग में कमी से पर्यावरण को भी स्वच्छ रखा जा सकेगा।