-
- लजीज स्वाद के कारण खासा लोकप्रिय ‘कड़कनाथ चिकन’ (Kadaknath) को लेकर मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के बीच विवाद पैदा हो गया है।
- काली गर्दन वाले भारतीय नस्ल के कड़कनाथ चिकेन को जहां मध्य प्रदेश अपना बता रहा है तो छत्तीसगढ़ भी इस पर अपना दावा ठोक रहा है।
- कड़कनाथ चिकन (Gallus gallus domesticus) की मांग केवल लजीज स्वाद के कारण हीं नहीं है वरन् इसमें कोलेस्ट्रॉल कम होती है जबकि प्रोटीन अधिक पाया जाता है।
- अपनी इन्हीें विशेषताओं के कारण इस चिकेन की कीमत 500 रुपये प्रति किलोग्राम है।
- मध्यप्रदेश के झाबुआ जिला का ग्रामीण विकास ट्रस्ट इसका विपणन करता है।
- मध्य प्रदेश सरकार ने वर्ष 2012 में चेन्नई स्थित ज्योग्राफिकल इंडिकेशन रजिस्ट्री ऑफिस में यह कहकर जीआई टैग के लिए आवेदन दिया था कि इस चिकन का संबंध झाबुआ से है।
- किंतु हाल में छत्तीसगढ़ सरकार ने भी कड़कनाथ नस्ल के दांतेवाड़ा के होने के आधार पर जीआई टैग हेतु आवेदन दिया है।