- भारत ने ओडिशा के अब्दुल कलाम द्वीप (पूर्ववर्ती व्हीलर द्वीप) से 18 जनवरी, 2018 को देश में ही निर्मित परमाणु क्षमता युक्त अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया।
- 17 मीटर लंबी यह मिसाइल अपने साथ 1.5 टन का परमाणु युद्धास्त्र ले जा सकती है।
- अग्नि-5 मिसाइल का यह पांचवां परीक्षण था। इसका पहला परीक्षण 9 अप्रैल, 2012 को हुआ था। दूसरा व तीसरा परीक्षण क्रमशः 2013 व 2015 में हुआ तथा चौथा परीक्षण 26 दिसंबर, 2017 को हुआ।
- इस मिसाइल की मारक दूरी में चीन सहित संपूर्ण एशिया तथा अफ्रीका व यूरोप के कुछ हिस्सा शामिल है।
- यह मिसाइल रिंग लेजर गायरो आधारित इनर्शियल नैविगेशन सिस्टम (Ring Laser Gyro based Inertial Navigation System:RINS) व आधुनिक तथा सटीक माइक्रो नैविगेशन सिस्टम (Micro Navigation System: MINS) ) से युक्त है।
- अग्नि मिसाइलों में यह सर्वाधिक अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों से युक्त है।
- इस मिसाइल के परीक्षण के साथ भारत विश्व के उन पांच देशों के विशिष्ट क्लब में शामिल हो गया है जिनके पास आईसीबीएम यानी अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है। ये पांच देश हैं; यूएसए, ब्रिटेन, रूस, चीन व फ्रांस।
अग्नि-5 मिसाइल की प्रमुख विशेषताएं
मिसाइल का नामः अग्नि-5
प्रकृतिः अंतरमहाद्वीपीय (इंटनकंटीनेंटल)
स्वरूपः जमीन से जमीन पर मार करने वाली
मारक क्षमताः 5000 किलोमीटर
परीक्षण तिथिः 18 जनवरी, 2018
परीक्षण स्थलः अब्दुल कलाम द्वीप ओडिशा
अग्नि श्रृंखला की अन्य मिसाइल
मिसाइल मारक क्षमता
अग्नि-1 700 किलोमीटर
अग्नि-2 2000 किलोमीटर
अग्नि-3 3000 किलोमीटर
अग्नि-4 4000 किलोमीटर
अग्नि-5 5000 किलोमीटर