- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व कंबोडिया के प्रधानमंत्री श्री समदेच हुन सेन के बीच नई दिल्ली में 27 जनवरी को द्विपक्षीय वार्ता के पश्चात चार समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये। कंबोडियाई प्रधानमंत्री आसियान देशों के उन 10 राष्ट्राध्यक्षों में शामिल थे जिन्होने भारत के 69वें गणतंत्र दिवस समारोह विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुये।
- दोनों देशों के बीच जिन चार समझौतों पर हस्ताक्षर हुये, वे निम्नलिखित हैं:
1. वर्ष 2018-22 के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान,
2. कंबोडिया के स्तंग स्वा हाब जल संसाधन विकास परियोजना के लिए एक्जिम बैंक द्वारा 36-92 मिलियन डॉलर की क्रेडिट सहायता,
3. अपराधों की रोक, जांच व अपराधियों को सजा दिलाने हेतु सहयोग व विधिक सहायता,
4. मानव तस्करी को रोकने हेतु आपसी सहयोग।
भारत-कंबोडिया संबंध
- भारत व कंबोडिया के बीच संबंध की शुरुआत पहली शताब्दी से ही हो गयी थी भारत से हिंदू एवं बौद्ध धार्मिक व सांस्कृतिक प्रभाव भारत से निकलकर इन देशों में पहुंची। कंबोडिया में अंकोरवाट, अंकोर थोम, बेयोन इत्यादि इस प्रभाव के उदाहरण हैं।
- कंबोडिया में खमेर रूज शासन की समाप्ति के पश्चात 1981 में भारत ने कंबोडिया की राजधानी नोम पेन्ह में अपना दूतावास खोला।
- भारत ने अंकोरवाट मंदिर के जीर्णोद्धार हेतु 40 लाख डॉलर की राशि प्रदान की थी।
- कंबोडिया के कांपोंग चाम प्रांत में भारत-कंबोडिया मैत्री स्कूल का संचालन किया जा रहा है जिसके लिए तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने 246,000 डॉलर की राशि सहायता के रूप में देने की घोषणा की थी।
- हर साल भारत कंबोडिया में पांच क्विक इंपैक्ट प्रोजेक्ट (मेकांग गंगा परियोजना के तहत) क्रियान्वित कर रहा है। इनकी संख्या सालाना 5 सेबढ़ाकर 10 करने का निर्णय किया गया है। पांच सौ करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट डेवलपमेंट फंड भी स्थापित किया गया है।
- द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2015 में 187-36 मिलियन डॉलर का था।