कोविड -19 महामारी के साये और विश्वव्यापी लॉकडाउन के बीच दुनिया भर में 18 अप्रैल 2020 को विश्व विरासत दिवस (World Heritage Day) मनाया गया।
थीम
इस वर्ष यह दिवस “साझी संस्कृति, साझा विरासत, साझा जिम्मेदारी ’ (‘Shared Cultures, Shared Heritage, Shared Responsibility’) थीम के साथ मनाया गया। यह थीम तेजी से जनसंख्या बदलाव, संघर्ष और पर्यावरण अनिश्चितता के समय सांस्कृतिक पहचान के हिस्से के रूप में विरासत के वैश्विक संदर्भ को दर्शाता है।
पृष्ठभूमि
हर साल, 18 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय स्मारक और स्थल परिषद (ICOMOS) की गतिविधियों के माध्यम से सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए विश्व विरासत दिवस मनाया जाता है। वर्ष 1982 में ICOMOS ने सुझाव दिया कि 18 अप्रैल को स्मारक और स्थलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए। इसके बाद, unesco के 22 वें आम सम्मेलन में इस प्रस्ताव को 1983 में अनुमोदित किया गया।
ICOMOS
1964 में वेनिस में आर्किटेक्ट्स और ऐतिहासिक इमारतों के विशेषज्ञों की दूसरी कांग्रेस में वेनिस चार्टर या 13 प्रस्तावों को अपनाये जाने के साथ यह संस्था अस्तित्व में आया. इंटरनेशनल काउंसिल ऑन मॉन्यूमेंट्स एंड साइट्स (ICOMOS) का अंतर्राष्ट्रीय सचिवालय ग्रेटर पेरिस में ICOMOS के मुख्यालय में स्थित है।