- किंग्स इलेवन पंजाब तथा राजस्थान रॉयल्स के बीच 25 मार्च, 2019 को खेला गया आईपीएल मैच हालांकि किंग्स इलेवन ने जीता परंतु यह जीत आर. अश्विन की मांकडिंग (Mankading) गतिविधि के समक्ष धूमिल हो गई।
- दरअसल लक्ष्य का पीछे करते हुए राजस्थान रॉयल्स बेहतर स्थित में थी। 13वें ओवर में किंग्स इलेवन के कप्तान आर. अश्विन गेंद डालने आए। ओवर की पांचवीं गेंद फेकते समय उन्होंने बॉल अपने हाथ में रख लिया। लेकिन तब तक नन स्ट्राइकर के बल्लेबाज जोस बटलर क्रीच से बाहर निकल चुके थे। अश्विन ने उन्हें रन आउट कर दिया।
- आईसीसी की नियम पुस्तिका के तहत थर्ड अंपायर ने भी उन्हें रन आउट करार दिया। नियम के तौर पर जोस बटलर आउट थे परंतु अश्विन के इस कदम को खेल भावना के खिलाफ माना गया। हालांकि खुद जोस बटलर इससे पहले 2014 में श्रीलंका के सचिंद्र सेनानायके के हाथों इसी तरह आउट हुए थे। पर हां, आईपीएल में मांकडिंग की यह पहली घटना है।
- इस संदर्भ में खेल भावना का सर्वोत्तम उदाहरण कर्टनी वाल्स का दिया जाता है। 1987 में लाहौर में विश्व कप के दौरान पाकिस्तान अंतिम बॉल पर वेस्ट इंडीज को पराजित किया। सलीम जाफर के क्रीज से बाहर होने के बावजूद कर्टनी वाल्स ने उन्हें आउट नहीं किया।
क्या है मांकडिंग?
- यह शब्द भारतीय क्रिकेटर वीनू मांकड के नाम पर है। उन्होंने 1947 में आस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरिज के दौरान बिल ब्राउन को इसी तरह रन आउट कर दिया था जिसकी काफी आलोचना हुयी थी हालांकि महान क्रिकेटर डॉन ब्रेडमैन ने इसका समर्थन किया था।
- आईसीसी के नियम 41.16 में इस तरह से रन आउट किए जाने का उल्लेख है। इस नियम के तहत यदि नन स्ट्राइकर क्रीज से बाहर है तो उसे रन आउट करार दिया जा सकता है। हालांकि इसे खेल भावना के खिलाफ माना जाता है।