रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 23 अप्रैल 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कोविड-19 के नमूनों की जांच के लिए मोबाइल वायरोलॉजी अनुसंधान और नैदानिक प्रयोगशाला (Mobile Virology Research and Diagnostics Laboratory: MVRDL) का शुभारंभ किया। भारत में यह अपने तरह का पहला एवं विशिष्ट संस्थान है।
इसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने हैदराबाद के ईएसआईसी अस्पताल और निजी उद्योग के सहयोग से विकसित किया है। रिकॉर्ड 15 दिन में बायो सेफ्टी लेवल टू और लेवल थ्री प्रयोगशाला का निर्माण किया है । आमतौर से ऐसी प्रयोगशाला विकसित करने में लगभग छह महीने का समय लगता है। इस मोबाइल प्रयोगशाला में एक दिन में एक हजार से अधिक नमूनों की जांच की जा सकेगी। इससे कोविड-19 से लड़ाई में देश की क्षमता बढ़ेगी।