पीएसएलवी-सी46 ने रिसैट -2बी को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया

  • भारत के पोलर सेटेलाइट लॉन्‍च व्‍हीकल (पीएसएलवी-सी46) ने 22 मई 2019 को आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) एसएचएआर से रिसैट-2बी को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया।
  • श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्‍पेस सेंटर का यह 72वां लॉन्‍च व्‍हीकल मिशन था और फर्स्‍ट लॉन्‍च पैड से यह 36वां प्रक्षेपण था।
  • पीएसएलवी-सी46 ने फर्स्‍ट लॉन्‍च पैड से 05:30 बजे (आईएसटी) उड़ान भरी और उड़ान भरने के 15 मिनट 25 सेकंड के बाद रीसैट-2बी को 556 किलोमीटर की कक्षा में स्‍थापित किया। अलग होने के बाद रीसैट-2बी के सौर उपकरण स्‍वत: तैनात हो गए और बेंगलुरू स्थित इसरो टेलीमेट्री ट्रेकिंग एंड कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) ने रीसैट-2बी को नियंत्रण में ले लिया। आने वाले दिनों में सेटेलाइट पूर्ण संचालन की स्थिति प्राप्‍त कर लेगा।
  • रीसैट-2बी का वजन 615 किलोग्राम है और यह रडार इमेजिंग पृथ्‍वी पर्यवेक्षण सेटेलाइट है। यह सेटेलाइट कृषि, वानिकी और आपदा राहत के क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान करेगा।
  • रीसेट-2बी एक आधुनिक पृथ्‍वी पर्यवेक्षण सेटेलाइट है और इसमें 3.6 मीटर रेडियल रिब एंटिना तकनीक का उपयोग किया गया है।
  • इस प्रक्षेपण के साथ ही पीएसएलवी ने 354 सेटेलाइट लॉन्‍च किए हैं और 50 टन भार को अंतरिक्ष में पहुंचाया है। इन सेटेलाइटों में राष्‍ट्रीय और विदेशी सेटेलाइट शामिल हैं।
  • मिशन में दो हलके पेलोड लगाए गए हैं – सेमी कंडक्‍टर लेबोरेट्री (एससीएल), चंडीगढ़ द्वारा विकसित विक्रम प्रोसेसर तथा इसरो इनरटियल सिस्‍टम यूनिट, तिरूअनंतपुरम द्वारा विकसित किफायती एमईएमएस आधारित इनरटियल नेवीगेशन सिस्‍टम (आईएनएस)।

 

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