- अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का ‘डॉन मिशन’ को 31 अक्टूबर, 2018 को समाप्त होने की घोषणा कर दी गई।
- यह मिशन क्षुद्रग्रह यानी एस्ट्रोयाड बेल्ट के दो सबसे बड़े पिंडों का अध्ययन कर रहा था। ये पिंड हैंः वेस्टा एवं सेरेस।
- वर्ष 2007 में प्रक्षेपित डॉन मिशन 11 वर्षों की सेवा के पश्चात हाइड्राजाइन ईंधन रहित हो गया और नासा के डीप स्पेस नेटवर्क से इसका संपर्क स्थापित नहीं हो पाया।
- इसके बावजूद इस मिशन ने दो वर्ष अधिक सेवा दिया क्योंकि इसे 9 वर्षों के अध्ययन पर भेजा गया था।
- वर्ष 2011 में जब यह क्षुद्रग्रह बेल्ट के दूसरा सबसे बड़ा पिंड वेस्ट पहुंच तथा मंगल व बृहस्पति के बीच चक्कर लगाने वाला प्रथम मानव निर्मित वस्तु बना।
- वर्ष 2015 में यह इस बेल्ट का सबसे बड़ा पिंडा सेरेस नामक बौना ग्रह का चक्कर लगाया। सेरेस पर पहुंचने वाला डॉन पहला मिशन था।