सूर्य का अध्ययन करने के लिए नासा का पंच व ट्रेसर्स मिशन

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सूर्य एवं अंतरिक्ष में इसके डायनामिक प्रभाव का अध्ययन करने के लिए दो नए मिशनों ‘पंच’ (PUNCH) एवं ‘ट्रेसर्स’ (TRACERS) की घोषणा की है।

  • उपर्युक्त दोनों मिशनों को अगस्त 2022 तक प्रक्षेपित किए जाने की योजना है।
  • उल्लेखनीय है कि सूर्य बड़ी मात्रा में सौर कणों को उत्सर्जित करता है जिसे हम सौर पवन (Solar Wind) कहते हैं जो अंतरिक्ष में विकिरण की एक डायनामिक प्रणाली सृजित करती है जिसे हम ‘अंतरिक्ष मौसम’ (Space weather) कहते हैं। पृथ्वी के नजदीक जब जहां ये कण हमारे ग्रहों के चुंबकीय क्षेत्र के संपर्क में आते हैं तब मानव हितों पर गहरा प्रभाव डालते हैं। जैसे कि अंतरिक्षयात्रियों की सुरक्षा, रेडियो संचार, जीपीएस सिग्नल इत्यादि।

पंच मिशन

  • पोलैरिमीटर टू यूनिफाई द कोरोना एंड हेलियोस्फेयर (Polarimeter to Unify the Corona and Heliosphere: PUNCH) यानी पंच मिशन सूर्य के बाह्य वायुमंडल यानी कोरोना तथा यह सौर पवन को कैसे उत्पन्न करता है, का अध्ययन करेगा।
  • इस मिशन में चार छोटे-छोटे उपग्रह शामिल होंगे। यह सूर्य को छोड़ते ही आगे बढ़ने वाली सौर पवन का पीछा करेगा और उसकी चित्र लेगा।

ट्रेसर्स मिशन

  • ट्रेसर्स से तात्पर्य है टेंडम रिकनेक्शन एंड कस्प इलेक्ट्रोडायनामिक्स रिकॉनेसा सैटेलाइट (Tandem Reconnection and Cusp Electrodynamics Reconnaissance Satellites, or TRACERS)।
    यह मिशन पंच के द्वितीयक पेलोड के रूप में प्रक्षेपित किया जाएगा। यह वस्तुतः पंच मिशन का ही सहायक मिशन है।
    ट्रेसर्स पृथ्वी के उत्तरी चुंबकीय कस्प क्षेत्र, जो पृथ्वी के ध्रुव को चारों ओर से घेरे हुए है-जहां पृथ्वी की चुंबकीय क्षेत्र रेखा पृथ्वी की ओर मुड़ी हुयी है, पर निगरानी रखेगा।
    इस मिशन के जरिये अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों एवं अंतरिक्षयात्रियों की रक्षा करने में मदद मिलेगी।

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