- जापानी वैज्ञानिकों ने किसी क्षुद्रग्रह पर विश्व का प्रथम कृत्रिम क्रेटर के निर्माण की घोषणा 25 अप्रैल, 2019 को की।
- जापानी वैज्ञानिकों के मुताबिक उपर्युक्त कदम इस रहस्य को जानने की दिशा में उल्लेखनीय प्रयास है कि हमारी सौर प्रणाली का विकास कैसे हुआ।
- हायाबुसा-2 प्रोब (Hayabusa2) द्वारा रयुगु नामक क्षुद्रग्रह (Ryugu asteroid) पर विस्फोटक उपकरण छोड़े जाने के कुछ दिनों के पश्चात उपर्युक्त घोषणा की गई है।
जापानी अंतरिक्ष एजेंसी के हायाबुसा-2 मिशन के प्रबंधक युइची त्सुदा के अनुसार उपर्युक्त क्रेटर का चित्र क्षुद्रग्रह से 1700 मीटर दूर यान से लिया गया। - त्सुदा के अनुसार इम्पैक्टर से क्षुद्रग्रह का निर्माण और फिर उसका विस्तृत प्रेक्षण विश्व में पहली बार किया गया है। हालांकि इससे पूर्व नासा के डीप इम्पैक्ट प्रोब ने 2005 में धूमकेतु पर कृत्रिम क्रेटर का निर्माण जरूर किया था परंतु उसका प्रेक्षण नहीं किया गया था।
- रयुगु क्षुद्रग्रह पर विस्फोट के द्वारा क्रेटर के निर्माण का मुख्य उद्देश्य धरातल के भीतर की सामग्रियों के नमूनों के आधार पर सौर प्रणाली के आरंभिक विकास पर प्रकाश डालना है।
- हायाबुसा-2 मिशन दिसंबर 2014 में प्रक्षेपित किया गया था और वर्ष 2020 में इसके पृथ्वी पर वापस आने की संभावना है।