- सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी), श्रीहरिकोटा से 19 दिसंबर, 2018 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के जियोसिनक्रोनस सेटेलाइट लांच व्हेकिल (जीएसएलवी-एफ 11) ने सफलतापूर्वक जीसैट-7ए को लांच किया।
- लांच के बाद डॉ. सिवान ने कहा कि उनकी टीम ने जीसैट-7ए को लांच करके एक और शानदार उपलब्धि हासिल कर ली है। उन्होंने कहा कि पिछले 35 दिनों में इसरो ने सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 3 अभियानों को लांच किया है। 14 नवम्बर को जीएसएलवी एमकेIII-डी2, 29 नवम्बर को पीएसएलवी-सी43 और अंत में 19 दिसंबर को जीएसएलवी-एफ11 को लांच किया गया।
- जीसैट-7ए अंत्यत भारी उपग्रह है जिसे जीएसएलवी ने अपने द्वारा घरेलू स्तर पर विकसित क्रायोजेनिक इंजन से लांच किया।
- जीसैट-7ए इसरो का 39वां भारतीय संचार उपग्रह है, जो भारतीय क्षेत्र में उपयोगकर्ताओं को क्यू-बैंड में सेवाएं प्रदान करेगा।
- वर्ष 2018 में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से यह इसरो का 7वां अभियान है। यह जीएसएलवी-एमकेII का 13वां प्रक्षेपण है।
- जीएसएलवी इसरो की चौथी पीढ़ी का तीन चरणीय प्रक्षेपण यान है। इसका अंतिम व तीसरा चरण क्रायोजेनिक चरण है।
- स्वदेश में ही विकसित क्रायोजेनिक ऊपरी चरण के साथ उड़ान भरने वाला जीएसएलवी-एफ11 सातवीं उड़ान थी।