- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अंतरिक्ष में भारतीय उपग्रहों को अंतरिक्ष मलबों एवं अन्य खतरों से रक्षा के लिए पूर्व चेतावनी प्रणाली ‘प्रोजेक्ट नेत्र’ (Project NETRA) आरंभ किया है।
- इसे ‘अंतरिक्ष स्थितिजन्य जागरूकता’ (space situational awareness (SSA) प्रणाली भी कहा जाता है। यह प्रणाली अंतरिक्ष में चक्कर लगा रहे अंतरिक्ष मलबों की पहचानकर अंतरिक्ष एजेंसियों को सावधान कर देती है।
- इसरो अब तक इसके लिए ‘नोरैड’ यानी उत्तरी अमेरिका एयरोस्पेश डिफेंस कमांड’ (NORAD, or the North American Aerospace Defense Command) पर निर्भर था जो कनाडा एवं संयुक्त राज्य अमेरिका की संयुक्त प्रणाली है।
- आरंभ में इसरो प्राजेक्ट नेत्र (NETRA: Network for space object Tracking and Analysis) को निम्न पृथ्वी कक्षा (LEO) में तैनात करेगा जहां सुदूर संवेदी उपग्रह चक्कर लगा रहा है। इसरो का लक्ष्य इसे 36000 किलोमीटर की ऊंचाई पर भूतुल्यकालिक कक्षा में स्थित जीएसएलवी उपग्रहों को सुरक्षित रखने की है।