- भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने वर्षा के पश्चात नदियों एवं जलाशयों में जल स्तर के बढ़ने का आंकलन करने के लिए एक नई तकनीक विकसित किया है।
- ‘इम्पैक्ट बेस्ड फॉरकास्टिंग एप्रोच’ (Impact Based Forecasting Approach) नामक यह तकनीक, जो ‘रोक परिदृश्य’ दर्शाता है, के माध्यम से राज्य सरकारों को वर्षा के पश्चात जल स्तर को प्रति मिनट निगरानी में मदद करेगी जिससे वे समय रहते एहतियाती कदम उठा सके।
- आईएमडी के महानिदेशक के.जे.रमेश के अनुसार उनका विभाग केरल जैसे बाढ़ की स्थिति का सामना करने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए तैयार है।