- चीन के शेनझेन स्थित साउदर्न यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिक ही जियानकुई ने दावा किया कि उसने जुड़वा बच्चियों का जीन संपादित किया जिसका जन्म नवंबर 2018 के प्रथम सप्ताह में हुआ और इस तरह प्रथम जीन संपादित बच्ची का जन्म हुआ। दोनों बच्चियों को लुलु व नाना नाम दिया गया है।
- यूट्यूब वीडियो के माध्यम से वैज्ञानिक ने दावा किया कि उसने क्रिस्पर कास-9 (CRISPR-Cas9 ) नामक जीन संपादन विधि से बच्चे के जीन में परिवर्तन किया।
- वैज्ञानिक के दावा के पश्चात साउदर्न यूनिवर्सिटी ने कहा कि वे इस तरह के किसी शोध से अनभिज्ञ है और इसकी जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। संस्था के मुताबिक यह शोध चिकित्सा नैतिकता के नियमों का उल्लंघन करता है।
- उधर वीडियो सामने आने के पश्चात चीन की चिकित्सा इथिक्स से जुड़ी संस्थाओं ने जांच करनी शुरू कर दी है।