- कैंडिडा ऑरिस (Candida auris) नामक फंगस संक्रमण, जो दवाइयों के खिलाफ प्रतिरक्षा विकसित कर लिया है, विगत पांच वर्षों में इसका संक्रमण पूरे विश्व में फैल गया है।
- इस फंगस को सर्वप्रथम वर्ष 2009 में जापान के एक मरीज में पाया गया था। किंतु अब भारत, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका भी इसकी चपेट में आ गया है। आमैतार पर यह फंगस अस्पतालों एवं नर्सिंग होम में पाया जाता है।
- यह कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों पर हमला करता है। वृद्ध लोग जो बीमार होते हैं वे इसकी चपेट में अधिक आते हैं।
- रक्त में एक बार इसके प्रवेश करने के पश्चात इसका संक्रमण काफी खतरनाक हो जाता है और इससे जान भी जा सकती है।
- यह बड़े एंटीफंगस दवाइयों का प्रतिरोध विकसित कर लिया है। 90 प्रतिशत से अधिक संक्रमण कम से कम एक दवा के प्रतिरोधकता विकसित कर लिया है।