बेंगलुरु स्थित नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंसेज और मैसूरु स्थित प्रकृति संरक्षण फाउंडेशन के एक अध्ययन ने अरुणाचल प्रदेश के एक प्रमुख हॉर्नबिल पर्यावास स्थल-पापुम रिजर्व फॉरेस्ट (Papum Reserve Forest) में वनों की कटाई की एक उच्च दर दर्ज किया है।
उपग्रह आंकड़ों का उपयोग करते हुए, पारिस्थितिकविदों ने परिवर्तनों का आकलन किया। 1,064 वर्ग किमी के वन आवरण वाला पापुम रिजर्व फॉरेस्ट, जो पक्के टाइगर रिज़र्व के पास है, अवैध कटाई और जातीय संघर्ष से प्रभावित रहा है।
पापुम रिजर्व फॉरेस्ट बड़े, रंगीन और फल खाने वाली हॉर्नबिल्स की तीन प्रजातियों का पर्यावास स्थल है: 1. ग्रेट हॉर्नबिल (Great hornbill) , 2. रीथेड हॉर्नबिल (Wreathed hornbill) और 3. ओरिएंटल पाइड हॉर्नबिल (Oriental Pied hornbill)।
862 वर्ग किमी वाले पक्के रिजर्व में एक चौथी प्रजाति, रयुफस-नेक्ड हॉर्नबिल (Rufous-Necked) है।
पर्यावास स्थान का नुकसान हॉर्नबिल घोंसले वाले 29 पेड़ों के आसपास 1 किमी के दायरे में अवैध कटाई के कारण हुआ।
न्यिशी और हॉर्नबिल: हॉर्नबिल की ऊपरी चोंच का उपयोग न्यिशी लोग हेडगियर के लिए पंख के रूप में इस्तेमाल करते थे । हालांकि, 20-वर्षीय संरक्षण कार्यक्रम ने हेडगियर के लिए पंख के रूप में फाइबर-ग्लास के उपयोग से पक्षियों के लिए खतरे को काफी हद तक कम कर दिया।
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