आयुध कारखानों (Ordnance Factories) ने 18 मार्च 2020 को अपना 219वां स्थापना दिवस मनाया।
पहला आयुध कारखाना वर्ष 1801 में इसी दिन कोलकाता के कोसीपोर में स्थापित किया गया था, जिसे अब ‘गन एंड शेल फैक्टरी’ के रूप में जाना जाता है।
आयुध कारखाने दरअसल 41 आयुध कारखानों का एक समूह है, जिनका कॉरपोरेट मुख्यालय कोलकाता स्थित आयुध निर्माणी बोर्ड (ओएफबी) है। ओएफबी नए अवतार में 02 अप्रैल,1979 को अस्तित्व में आया था।
‘शारंग’ : फरवरी में लखनऊ में आयोजित डिफेंस एक्सपो 2020 में ओएफबी ने पचास के दशक के विंटेज रूसी 130 मिमी एवं 150X45 कैलिबर का उन्नत बंदूक (गन) वर्जन प्रस्तुत किया था जो ‘शारंग’ के नाम से जाना जाता है। पिछले वर्ष की मुख्य उपलब्धि यह थी कि भारतीय सेना को ‘धनुष’ नामक 155X42 तोपखाना बंदूक प्रणाली सौंपी गई थी। इसके अलावा अनेक उत्पादों जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक फ्यूज; बैरल ग्रेनेड लॉन्चर गोला बारूद के तहत 40 मिमी; 5.56 X 30 मिमी संयुक्त उद्यम संरक्षण कार्बाइन (जेवीपीसी) के अल्फा वर्जन; 7.62 X 51 मिमी बेल्ट फेड लाइट मशीन गन (एलएमजी) को भी इस वर्ष प्रस्तुत किया गया। (PIB)