- उत्तर प्रदेश सरकार ने अवारा सांडों से निपटने के लिए एक नई स्कीम को मंजूरी दी है जिसके तहत गाय अब मादा बछड़े को अधिक जन्म देगी।
- ‘सेक्स सॉर्टेड सीमेन स्कीम’ (Sex-Sorted Semen) को मंजूरी दी है जिसके तहत इस बात की 90 से 95 प्रतिशत संभावना होती है कि गाय मादा बछड़े को जन्म दे।
- राज्य के तीन जिलोंः इटावा, लखीमपुर खीरी एवं बाराबंकी इसका पायलट परीक्षण किया गया था। अब इसे राज्य के सभी 75 जिलों में शुरू करने को मंजूरी दी गई है।
- राज्य सरकार के प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा के अनुसार परीक्षण के दौरान 581 बछड़ों का जन्म हुआ जिनमें 522 मादा थी। सफलता दर 90 प्रतिशत है।
- उपर्युक्त स्कीम का क्रियान्वयन देशी नस्लोंः साहिवाल, गिर, हरियाणवी, थारपारकर एवं गंगातीरी पर लागू की जाएगी।
- इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए पशुपालकों को गाय के प्रत्येक गर्भधारण के लिए 300 रुपए का भुगतान करना पड़ेगा जबकि बुंदेलखंड में यह राशि 100 रुपए होगी।
- उल्लेखनीय है कि राज्य के बुंदेलखंड में ‘अम्नाप्रथा’ पहले से चली आ रही है जिसके तहत अनुत्पादक मवेशी को खो दिया जाता है।
- इस योजना के दोहरा उद्देश्य हैंः गायों की उत्पादकता को बढ़ाना तथा अनुपात्मक नर मवेशियों की संख्या में कमी। इस स्कीम से अगले से 2 से 3 वर्षों में अवारा मवेशियों से निजात मिल जाएगी तथा नर मछड़ों की संख्या में 90 प्रतिशत की कमी आएगी। इससे फसलों को होने वाला नुकसान भी कम हो जाएगा तथा सड़क दुर्घटनाएं भी कम होंगी।
- इस योजना के तहत हापुड़ जिला के बाबूगढ़ मेंं उत्पादन इकाई की स्थापना की जा रही है।