- संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा के 164 देशों ने मोरक्को के मराकश में आयोजित सम्मेलन में 10 दिसंबर, 2018 को ‘सुरक्षित, अनुशासित व नियमित प्रवासन पर वैश्विक कॉम्पैक्ट’ (Global Compact for Safe, Orderly and Regular Migration) को औपचारिक तौर पर समर्थन किया।
- यह एक गैर-बाध्यकारी समझौता है जिसे संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ‘व्यथा व अव्यवस्था’ को रोकने वाली रूपरेखा करार कर दिया।
- अंतरराष्ट्रीय प्रवासन पर साझा दृष्टिकोण के लिए समझौता की गई यह प्रथम वैश्विक फ्रेमवर्क है। 152 देशों ने इसका समर्थन किया जबकि 12 देश अनुपस्थित रहे। पांच देशों चेक गणराज्य, हंगरी, इजरायल, पोलैंड एवं यूएसए ने इस प्रस्ताव के खिलाफ मत दिया।
- हालांकि इस समझौता का कई देशों ने विरोध किया और बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स में इसके खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन भी हुए जिसके पश्चात बेल्जियम के प्रधानमंत्री चार्ल्स माइकल को त्यागपत्र देना पड़ा।
- गैर बाध्यकारी होने के बावजूद यह समझौता हस्ताक्षर करने वाले देशों को अंतरराष्ट्रीय प्रवासन पर सहयोग में सुधार के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त करने को कहता है।
- इस समझौता में सुरक्षित अनुशासित व नियमित प्रवासन के लिए 23 उद्देश्यों को निर्धारित किया गया है। इनमें कुछ प्रमुख इस प्रकार हैंः
- अंतरराष्ट्रीय प्रवासन पर बेहतर डेटा संग्रह,
- उन कारकों को कम करना जिनके कारण लोगों को अपना मूल देश छोड़ने के लिए बाध्य होना पड़ता है।
- प्रवासियों को वैधानिक पहचान का प्रमाण उपलब्ध कराना,
- प्रवासियों द्वारा अपने देश, मार्ग में तथा गंतव्य देश में सामना की जा रही चुनौतियों को कम करना,
- तस्करी, मानव तस्करी को रोकना।
- यह समझौता सभी प्रवासियों को सार्वभौमिक मानव अधिकार का हकदार की वकालत करता है।