- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 29 दिसंबर, 2018 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में महाराज सुहेलदेव पर स्मारक डाक टिकट जारी किया। उन्होंने गाजीपुर में एक चिकित्सा महाविद्यालय का शिलान्यास भी किया।
- प्रधानमंत्री ने एक बहादुर योद्धा तथा एक नायक, जो लोगों को प्रेरित करता है, के रूप में महाराजा सुहेलदेव को याद किया। उन्होंने महाराजा सुहेलदेव की युद्ध संबंधी एवं सामरिक क्षमतातथा प्रशासनिक कौशलों की चर्चा की।
- प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में चल रही कई परियोजनाओं का उल्लेख किया जो कृषि के साथ जुड़ी हैं। इनमें वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, वाराणसी एवं गाजीपुर में कार्गो सेंटर, गोरखपुर में उर्वरक संयंत्र और बाण सागर सिंचाई परियोजना शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी अभिनव पहलों से किसानों को लाभ पहुंचेगा तथा उनकी आय को सुधारने में मदद मिलेगी।
- कनेक्टिविटी संबंधित प्रगति की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस के लिए कार्य तेज गति से चल रहा है। उन्होंने कहा कि तारीघाट-गाजीपुर-मऊ पुल पर कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि वारणसी एवं कोलकाता के बीच में हाल में खोले गए जलमार्ग से भी गाजीपुर को लाभ पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं क्षेत्र में व्यापार एवं वाणिज्य को बढ़ावा देंगी।
कौन था राजा सुहेल देव?
- ऐसा कहा जाता है कि राज सुहेल देव श्रावस्ती के राजा प्रसेनजित बहराइच के साम्राज्य में 990 ई. में हुआ था। अवध गजेटियर में राजा सुहेलदेव का शासन 1027 ई. से 1077 तक माना जाता है।
- ऐसा कहा जाता है कि राजा सुहेलदेव एवं उनके 21 गठबंधन ने महमूद गजनवी के भांजा सलार मसूद को 1034 ई. में पराजित किया था।