- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 19 फरवरी, 2019 को वाराणसी में पवित्र दशाश्वमेघ घाट के निकट गंगा किनारे स्थित ‘मान महल’ में नवस्थापित आभासी प्रायोगिक संग्रहालय (वीईएम-Virtual Experiential Museum: VEM) का उद्घाटन किया, जो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीनस्थ केंद्र द्वारा संरक्षित स्मारक है।
- आभासी प्रायोगिक संग्रहालय की स्थापना भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन काम कर रही राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (एनसीएसएम) द्वारा की गई है।
- एनसीएसएम ने इस संग्रहालय में अत्याधुनिक एवं उत्कृष्ट वर्चुअल रियल्टी टेक्नोलॉजी के उपयोग के जरिए वाराणसी के विभिन्न मूर्त एवं अमूर्त सांस्कृतिक पहलुओं की झलक दिखाने के लिए अथक प्रयास किए हैं।
- वीईएम देखने वालों को अनूठा अनुभव होगा, जहां वे वाराणसी के पवित्र घाटों, शास्त्रीय संगीत, साड़ी की बुनाई, रामलीला, स्मारकों, पान की दुकानों इत्यादि का 3डी दर्शन बड़े ही रोचक ढंग से कर्व्ड टीवी स्क्रीन, पेंटिंग, टच स्क्रीन, प्रोजेक्टर इत्यादि की मदद से कर सकेंगे।
- स्मारक के साथ इस संग्रहालय के लिए प्रवेश शुल्क भारत और सार्क एवं बिम्सटेक देशों के आगंतुकों के लिए 25 रुपये है, जबकि अन्य विदेशी आगंतुकों से 300 रुपये लिए जाएंगे। 15 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए इसमें प्रवेश नि:शुल्क है। यह संग्रहालय सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक खुला रहेगा।