- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 7 सितम्बर को विज्ञान भवन में भारत के पहले ग्लोबल मोबिलिटी शिखर सम्मेलन ‘मूव’ का उद्घाटन किया।
- दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का आयोजन राजधानी के विज्ञान भवन में नीति आयोग ने किया है।
- शिखर सम्मेलन में मोबिलिटी के विभिन्न पहलुओं के बारे में जागरूकता पैदा करने और विभिन्न मंचों पर मोबिलिटी बढ़ाने में लगे विभिन्न साझेदारों को एक जगह पर लाने पर विशेष जोर दिया जाएगा। शिखर सम्मेलन के दौरान विभिन्न अंतर सरकारीय संगठनों के प्रतिनिधि, शिक्षाविद, भारत और विदेश के नीति विचारक, ओईएम जैसे मोबिलिटी क्षेत्र के वैश्विक नेता, बैटरी निर्माता, चार्जिंग संरचना प्रदाता, प्रौद्योगिकी समाधान प्रदाता मोबिलिटी बढ़ाने के बारे में अपने विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
- शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था, आधारभूत ढांचा, युवाओं और अन्य दूसरे मामलों में भारत गतिशील बना हुआ है। उन्होंने कहा कि गतिशीलता अर्थव्यवस्था को चलाये रखने वाला एक प्रमुख कारक है और यह आर्थिक विकास को बढ़ा सकती है और रोजगार के अवसरों का सृजन कर सकती है।
- प्रधानमंत्री ने सात ‘सी’ के आधार पर भारत में गतिशीलता के भविष्य की संकल्पना को व्यक्त किया। ये सात ‘सी’ हैं – कॉमन, कनेक्टेड, कनवीनिएंट, कनजेशन फ्री, चार्जड, क्लीन एवं कटिंग एज़।
- कॉमन (Common) सार्वजनिक परिवहन हमारी मोबिलिटी पहल का आधार होनी चाहिए। डिजिटिलाइजेशन से तैयार नए बिजनेस मॉडल वर्तमान में दोबारा नई मिसाल कायम कर रहे हैं। बड़े आंकड़ों की मदद से हम अपने पैटर्न और जरूरतों को बेहतर तरीके से समझकर स्मार्ट फैसले करने में सक्षम है। हमारा ध्यान कारों से आगे अन्य वाहनों जैसे स्कूटरों और रिक्शा की तरफ केन्द्रित होना चाहिए। विकासशील देशों का बड़ा तबका मोबिलिटी के लिए इन वाहनों पर निर्भर करता है।
- कनेक्टेड मोबिलिटी में भौगोलिक दृष्टि के साथ-साथ परिवहन के तरीकों को जोड़ना शामिल है। इंटरनेट सक्षम जोड़ी गई साझी अर्थव्यवस्था मोबिलिटी के आधार के रूप में उभर रही है। हमें निजी वाहनों के उपयोग में सुधार लाने के लिए वाहनों की पूलिंग और अन्य नवीन तकनीकी समाधानों की पूरी संभावना देखनी चाहिए। गांव के लोग आसानी और तेजी के साथ अपने उत्पाद शहरों में लाने में सक्षम हो।
- कनवीनिएंट मोबिलिटी का अर्थ है सुरक्षित, सस्ती और समाज के सभी वर्गों के लिए सुगम्य। इसमें बुजुर्ग, महिलाएं और विशेष रूप से सक्षम व्यक्ति शामिल है। हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि निजी वाहनों से यात्रा के बजाय सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता दी जाए।
- कनजेशन फ्री मोबिलिटी भीड़-भाड़ के आर्थिक और पर्यावरण संबंधी खर्च पर अंकुश लगाने के लिए महत्वपूर्ण है। अत: नेटवर्क की कमियों को समाप्त करने पर जोर दिया जाना चाहिए। इससे ट्रैफिक जाम कम होगा और लोगों को यात्रा के समय होने वाला तनाव कम होगा। इससे प्रचालन तंत्र और माल लाने-ले जाने में अधिक तेजी आएगी।
- चार्जड मोबिलिटी आगे बढ़ने का रास्ता है। हम बैटरियों से लेकर स्मार्ट चार्जिंग और इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण की मूल्य श्रृंखला में निवेश करना चाहते है। भारत के बड़े व्यवसायी अब बैटरी टेक्नोलोजी विकसित करना चाहते हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अंतरिक्ष में सेटेलाइटों के संचालन के लिए बेहतरीन बैटरी प्रणाली का उपयोग करता है। अन्य संस्थान इलेक्ट्रिक कारों के लिए लागत प्रभावी और सक्षम बैटरी प्रणाली विकसित करने के लिए इसरो से साझेदारी कर सकते है। हम भारत को इलेक्ट्रिक वाहनों के ड्राइवर के रूप में बनाना चाहते है।
- स्वच्छ ऊर्जा प्रेरित स्वच्छ मोबिलिटी जलवायु परिवर्तन के विरूद्ध हमारी लड़ाई में सर्वाधिक शक्तिशाली हथियार है। इसका अर्थ यह है कि प्रदूषण मुक्त स्वच्छ वातावरण से हवा स्वच्छ होती है और यह हमारे लोगों को बेहतर जीवन मानक प्रदान करता है। ‘क्लिन किलोमीटर्स’ के विचार को अपनाना चाहिए। यह जैव ईंधन इलेक्ट्रिक या सौर चार्जिंग से हासिल किया जा सकता है। इलेक्ट्रिक वाहन विशेष रूप से नवीकरणीय ऊर्जा में हमारे निवेश का पूरक हो सकते है।
- कटिंग-ऐज : अपने शुरूआती दिनों में कटिंग ऐज इंटरनेट की तरह है। यह कटिंग ऐज है। पिछले सप्ताहों में ‘मूव हैक’ तथा ‘पीच टू मूव’ जैसे आयोजन दिखाते है कि किस तरह आपका दिमाग सृजनात्मक समाधान के साथ आगे बढ़ रहा है।